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आखिर गोवा क्यों नहीं रहा भारतीय पर्यटकों की पहली पसंद ? आइये जाने 5 महत्वपूर्ण कारण !


एक समय में गोवा देश ही नहीं, विदेशी पर्यटकों की भी पहली पसंद हुआ करता था, परन्तु बदलते समय की रेस में यह लगातार पिछड़ता जा रहा है | इसके पिछड़ने की कई वजहें हो सकती हैं| आकड़ें बतातें हैं की जहाँ 2014 में घरेलु पर्यटकों की संख्या 55 लाख और विदेशी पर्यटकों की संख्या 60 लाख थी, वहीं 2023 के आकड़ों के अनुसार पर्यटकों की संख्या घट कर क्रमशः 9.37 लाख और 4.03 लाख ही रह गयी है |

पर्यटकों की संख्या में कमी होने के 5 महत्वपूर्ण कारण

  1. पर्यटकों का बुरा अनुभव – जब भी कोई अपनी ड्रीम डेस्टिनेशन पर जाता है तो उसे सहज महशुश होना चाहता है | कई पर्यटक किसी न किसी कारण बस असहज महशुश करते हैं और अपनी छूट्टियो को इंजॉय नहीं कर पाते और इस तरह के स्थलों से दुरी बना लेते हैं |
  2. इंफ़्रास्ट्रक्चर की कमी – स्वच्छता, सुरक्षा और अच्छी कनेक्टिविटी किसी भी टूरिस्ट प्लेस का महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं | बिते कुछ सालों में गोवा की मुलभुत सुविधाओं में कमी देखि गयी है, सड़कों के रखरखाव व मरम्मत पर ध्यान देना बहुत जरुरी है, जिससे पर्यटकों की यात्रा सुखद हो सके | साथ ही साथ आने वाली भीड़ से उतपन्न कचरों का समुचित निपटारा और प्रबंधन की कमी भी एक प्रमुख हो सकता है जिससे टूरिस्ट परेशान हों |
  3. स्कैम – कई पर्यटक विभिन्न तरह के स्कैम जैसे होटल बुकिंग सम्बन्धी, या किसी फ़न एक्टिविटी में आपसे पुरे पैसे लेने के बावजूद भी आपको उस तरह का अनुभव नहीं मिलता है जैसे आपने कल्पना की थी | खास करके मसाज के नाम पर कई फेक लोग पर्यटकों के साथ स्कैम करते हैं | अधिकतर लोगो को तो स्कूटी और कार जिसको की उन्होंने रेंट पर ले रखा था उसके डैमेज के नाम पर बहुत ज्यादा ठगी की जाती है |
  4. भारत के कई अन्य राज्यों में अच्छे अच्छे Beaches की उपलब्धता – भारत में बीच टूरिस्म काफी प्रचलित हो चूका है| कई अन्य राज्य भी अपने यहाँ के beach को डेवलप कर चुके हैं जिससे गोवा को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है | इसका सटीक उदहारण है केरल जिसने अपने टूरिज्म पर अभूतपूर्व उन्नति कर ली है | इन कारणों से भी आने वाले टूरिस्टों की संख्या में भारी कमी देखि गयी है |
  5. अंतरास्ट्रीय फ्लाइट्स में भारी कमी– 2019 के आकड़ो के अनुसार गोवा में 799 फ्लाइट्स प्रतिवर्ष चला करती थी जो की 2,16,738 यात्री ले आती थी | अब वर्तमान में सिर्फ 159 फ्लाइट्स प्रतिवर्ष चला करती हैं जो सिर्फ 34819 यात्री हीं ले आती हैं| इसका प्रमुख कारण दक्षिण पूर्व के कई देश अपने यहाँ वीजा फ्री कर चुके हैं | रूस और यूरोप सहित कई देशों के लोग श्रीलंका, इंडोनेशिया, सिंगापूर, मलेसिआ, थाईलैंड और वियतनाम की ओर जा रहे हैं, जो कॉस्ट इफेक्टिव के साथ बहुत ही अच्छी सर्विस उपलब्ध करवा रहे हैं|

कुल मिलाकर सरकार के स्तर पर कई ऐसी चुनौतियां हैं जिसमे सुधार की आवस्यकता है | गोवा का बहुत बड़ा क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है | इसके बावजूद कम पर्यटक आना गंभीर चुनौतियों को दर्शाता है | इसमें सुधार लाकर गोवा के टूरिस्म को पुनर्जीवित किया जा सकता है |

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