538 illegal immigrants arrested by US administration
नई दिल्ली: भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अवैध अप्रवास के खिलाफ सख्त है और विदेशों में बिना दस्तावेज रह रहे भारतीय नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए तैयार है। शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हम अवैध प्रवासी के खिलाफ हैं, क्योंकि यह कई प्रकार के संगठित अपराधों से जुड़ा हुआ है। अगर कोई भारतीय नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहा है और उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हो जाती है, तो हम उन्हें वापस लाने में मदद करेंगे।”
यह बयान अमेरिकी प्रशासन द्वारा 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार और निर्वासित करने की कार्रवाई के बाद आया है। यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में अवैध अप्रवास के खिलाफ उठाए गए सख्त कदमों का हिस्सा है।
भारत का रुख: अवैध प्रवास के खिलाफ
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत हमेशा से कानूनी प्रवास का समर्थन करता रहा है और अवैध प्रवास का कड़ा विरोध करता है। उन्होंने कहा, “अवैध गतिविधियां न केवल देश की छवि खराब करती हैं, बल्कि कई अन्य समस्याओं को जन्म देती हैं। यदि कोई भारतीय नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहा है और उनकी पहचान भारतीय के रूप में की जाती है, तो भारत उनकी वैध वापसी सुनिश्चित करेगा।”
जयशंकर ने आगे कहा, “हम भारतीय कौशल और प्रतिभा को वैश्विक मंच पर अधिकतम अवसर दिलाने के पक्ष में हैं। लेकिन अवैध प्रवास से हम साफ तौर पर असहमत हैं। यह हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है और अवांछनीय गतिविधियों को बढ़ावा देता है।”
अमेरिका का सख्त कदम
अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि हाल ही में किए गए अभियान में 538 प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें कुछ अपराधी और संदिग्ध आतंकवादी शामिल थे। इनमें ट्रेन डी अरागुआ गिरोह के चार सदस्य और नाबालिगों के खिलाफ अपराध करने वाले दोषी भी शामिल थे।
अपने चुनावी अभियान के दौरान, राष्ट्रपति ट्रम्प ने अवैध प्रवास पर सख्त कार्रवाई करने का वादा किया था। पदभार ग्रहण करने के बाद, उन्होंने मैक्सिको सीमा पर “राष्ट्रीय आपातकाल” घोषित कर दिया और अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया।
भारत का संदेश साफ
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अवैध अप्रवास के खिलाफ है और अपने नागरिकों की कानूनी वापसी में पूरी मदद करेगा। यह रुख वैश्विक मंच पर भारत की छवि को मजबूत करता है और कानूनी प्रवास के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अवैध प्रवास से जुड़ी समस्याएं न केवल भारतीय नागरिकों बल्कि संबंधित देशों के लिए भी चुनौतियां खड़ी करती हैं। इस मुद्दे पर भारत का यह मजबूत रुख न केवल अवैध प्रवास को रोकने में मदद करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के संबंधों को भी मजबूत बनाएगा।