Rajgir Tourism : पर्यटकों का केंद्र बिहार का राजगीर आइये जानें क्यों है खास !

Rajgir Tourism/ पर्यटकों का केंद्र राजगीर

बिहार की राजधानी पटना से लगभग 105 किलोमीटर दूर पहाड़ों से घिरा एक एक बड़ी ही खूबसूरत जगह है राजगीर। वैसे तो यह स्थान साल भर पर्यटकों से गुलजार रहता है परंतु अक्टूबर से फरवरी तक पर्यटकों की संख्या में अच्छी खासी वृद्धि देखने को मिलती है। राजगीर में कई ऐसी चीज हैं जो हर आयु वर्ग के लोगों के लिए मौजूद है चाहे वह बच्चे हो बूढ़े हो या फिर जवान हो। तो आईए जानते हैं कौन-कौन सी पर्यटक स्थल प्रसिद्ध है Rajgir में

Glass Bridge- ग्लास ब्रिज पर्यटकों का सबसे बड़ा केंद्र है। जो भी पर्यटक Rajgir आती है, वह ग्लास ब्रिज को जरूर घूमना पसंद करते हैं। ग्लास ब्रिज के ऊपर से घाटियों को देखने का अलग ही रोमांच होता है । जब भी पर्यटक यहां घूमने आते हैं इन खूबसूरत लम्हों फोटो के रूप में जरूर कैद कर लेते हैं।अगर आप ग्लास ब्रिज घूमना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन टिकट बुकिंग करा कर आएं। कभी-कभी पर्यटकों के ज्यादा संख्या होने के कारण टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए प्रति व्यक्ति टिकट 150 रुपए हैं।

Zoo safari- अगर आप एडवेंचर के शौकीन है और जंगली जानवरों को करीब से देखने का शौक है तो आपके लिए Rajgir में जू सफारी भी मौजूद है। टिकट करने के बाद आपकी सफारी की शुरुआत टूरिस्ट बस होती है। यहां आपको बाघ, शेर, भालू , चीतल और हिरण आसानी से दिख जाएंगे। बच्चों के लिए यह एडवेंचर बड़ा खास होता है। इसके लिए प्रति व्यक्ति टिकट 250 रुपए है।

Ropeway– पहाड़ों के बीच Rajgir में पर्यटकों के आकर्षण के रूप में रोप वे भी मौजूद है, उस पर बैठकर आप पहाड़ों के बीच हरी भरी घाटियों का आनंद ले सकते हैं। इसके लिए प्रति व्यक्ति टिकट 100 से 120 रुपए है।


विश्व शांति स्तूप राजगीर
– यह स्तूप गृद्ध कूट पहाड़ी के चोटी पर बना है । यह लगभग 400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस स्तूप को जापान सरकार ने विश्व शांति के रूप में बनवाया है। यह Rajgir के पर्यटन का केंद्र बिंदु भी है इस पहाड़ी के ऊपर से पूरे राजगीर के प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत दर्शन होता है। यहां देश ही नहीं विदेश से भी लोग घूमने आते हैं।

Zeep line और Zeep Cycling – यदि आप एडवेंचर के शौकीन है तो यहां जीप साईकिलिंग या जीप लाइन की भी व्यवस्था है। युवाओं और बच्चों में यह एडवेंचर काफी फेमस है। Zip line में स्लाइड कर ऐसा लगता है जैसे पक्षियों के तरह घाटियों के बीच हवा में तैर रहे हो। उसी प्रकार जीप साइकलिंग में आप रस्सी पर साइकिलिंग का मजा ले सकते हैं। यह बहुत ही आनंद देने वाला एडवेंचर है।

स्वर्ण भंडार – राजगीर एक ऐतिहासिक स्थल है और यहां कई शासको ने राज किया। मान्यता है की हर्यक वंश के राजा बिंबिसार का खजाना सोन भंडार में छुपा हुआ है जिसे अभी तक खोजा नहीं जा सका है। कई लोगों ने इसे जरासंध के खजाने के रूप में प्रस्तुत करते हैं। इस प्रकार सोन भंडार रहस्य से भरी हुई जगह प्रतीत होती है, जहां दो गुफाएं हैं । इन गुफाओं के दीवार पर किसी अज्ञात लिपि में मंत्र छपा हुआ है जिसे कोई पढ़ नहीं पाया है।


7 जरासंध की रणभूमि – मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण मगध के राजा जरासंध से युद्ध करने के लिए यहां आए थे तो उनके रथ के पहिए जिस रास्ते पर होकर गुजरे थे, वहां आज भी उनकी रथ के पहिए का निशान है। मजेदार बात यह है कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने भी यह माना है कि यह पुरानी रथ के पहिए का निशान है। इसके कुछ ही दूरी पर जरासंध के अखाड़ा नजर आता है । जिनकी मिट्टी यहां पाई जाने वाली अन्य मिट्टियों से बिल्कुल अलग है । यहीं पर महाभारत के महान योद्धा भीम ने जरासंध को मल्ल युद्ध में पराजित किया था।

8 ब्रह्म कुंड गर्म पानी का स्रोत– राजगीर आने वाले पर्यटकों के लिए ब्रह्मा कुंड और सूर्य कुंड प्राकृतिक गर्म कुंड का स्रोत है जो मुख्य आकर्षण के केंद्र है। यहां सभी लोग कुंड में स्नान करते हैं। मान्यता है कि ब्रह्म कुंड में स्नान करने से शरीर के चर्म रोग आदि ठीक हो जाते हैं। पूरे साल इस कुंड की जलधारा गर्म ही निकलती हैं।

9 वेणु वन– वीरू वन का अर्थ है बांस का वन यह राजगीर रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक बेहद ऐतिहासिक और लोकप्रिय स्थल है जहां भगवान बुद्ध अपने शिष्यों के साथ यहां निवास करते थे। यहां आज देखने योग्य बहुत हीं खूबसूरत बुद्ध मंदिर, पगडंडियों के बने रास्तों जो बड़े हीं मजेदार हैं, ऊंचे ऊंचे पेड़ के साथ शांतिप्रिय वातावरण जो मन को बहुत सुकून देते हैं।


10 घोड़ा कटोरा झील- जो पर्यटक प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं वह चार पहाड़ियों से घिरे इस बेहद खूबसूरत झील जरूर जाए। यहां आप प्रकृति के काफी पास होंगे। इस झील के बीच में भगवान बुद्ध की एक बहुत ही बड़ी प्रतिमा बनाई गई है। इस झील में पर्यटक नौका विहार कर सकते हैं। इस झील में मोटर वाली नाव नहीं चलती है। इस झील को प्रदूषण मुक्त रखने का प्रयास किया गया है। नौका विहार के लिए शुल्क 40 रुपए प्रति व्यक्ति है।


सलाह – अगर आप राजगीर यात्रा के लिए मन बना रहे हैं तो यहां घूमने का सबसे अच्छा महीना अक्टूबर से फरवरी तक का है । यहां घूमने के लिए कम से कम दो दिन का समय लेकर चलें इस तरह आप अच्छी तरह से पूरे राजगीर को एक्सप्लोर कर पाएंगे। अगर आप परिवार के साथ यहां समय बिताना चाहते हैं तो यकीन मानिए राजगीर आपके परिवार के लिए सबसे यादगार ट्रिप होगा।

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