अलग-अलग देश में भारतीय मूल के कई सारे साइंटिस्ट हैं बिजनेसमैन है यह तो है लेकिन साथ ही साथ पॉलिटिक्स के अंदर भी अगर आप देखिए तो भारतीय मूल के कई लोग दुनिया भर के कुछ महत्वपूर्ण पदों पर देखने को मिलेंगे। कमला हैरिस अमेरिका के अंदर एक बड़ा नाम है। कनाडा से एक महत्वपूर्ण खबर निकाल कर आ रही है। जस्टिन ट्रूडो की इस्तीफा देने के बाद अनीता आनंद कनाडा की अगली प्रधानमंत्री बन सकती है। कनाडा के राजनीति में अनीता आनंद एक बड़ा चेहरा बनाकर उभरी है। आज हम लोग इस लेख में जाने का प्रयास करेंगे कि अनीता आनंद कौन है? वह कहां से आई है और उनकी राजनीतिक कार्यशैली किस प्रकार की है।
6 जनवरी को कनाडा के प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की कि वह प्रधानमंत्री पद को छोड़ रहे हैं। परंतु वह तब तक प्रधानमंत्री के पद पर बने रहेंगे जब तक कि अगला प्रधानमंत्री को चुन लिया नहीं जाता। कनाडा में अगले प्रधानमंत्री की देवदारी के लिए कई नाम चयनित हुए हैं, परंतु उन नाम में से भारतीय मूल की नेता अनीता आनंद प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर मंत्री के तौर पर अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाने के बाद अब वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में हैं।
और राजनीतिक सफर के बारे में विस्तार से कौन है अनीता आनंद भारतीय मूल की कनाडा राजनेता और वकील है। कनाडा की राजनीति में ये एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बन चुकी है। सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर उन्होंने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई है। हाल ही में उनका नाम कनाडा के संभावित प्रधानमंत्री के तौर पर चर्चा में है। वर्तमान में राष्ट्रीय रक्षा मंत्री के रूप में कार्यरत है। अपनी नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की कुशलता के कारण प्रधानमंत्री पद की संभावित दावेदार की रेस में शामिल है। अनीता आनंद का जन्म 20 में 1967 को कनाडा में हुआ। उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं ।पिता श्री आनंद दक्षिण भारत से थे और एक चिकित्सक थे, जबकि उनकी मां सरोज राम भारतीय मूल की एनेस्थीसिया थी। उनके माता-पिता 1960 के दशक में कनाडा चले गए थे। अनीता आनंद की शिक्षा की अगर बात करें तो क्वींस यूनिवर्सिटी से उन्होंने बैचलर आफ आर्ट्स की है, जबकि डलहौजी यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री प्राप्त की है, और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स डिग्री प्राप्त कि है। आपको बता दें कि शिक्षा के दौरान उन्होंने कानून और प्रशासन में भी विशेषज्ञता प्राप्त कि है।
अनीता आनंद के अपने करियर की शुरुआत एक वकील और प्रोफेसर के रूप मेंकि । वे टोरंटो विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर रही। उनकी विशेषज्ञता कॉरपोरेट गवर्नेंस और नियम कानून में है। अनीता आनंद के नीजी जीवन के बारे में बात करें तो उनकी शादी जॉन से हुई है, जो एक प्रोफेसर है। उनके चार बच्चे भी हैं । 2019 में वे पहली बार सांसद बनी। इसके बाद जस्टिन ट्रूडो कि लिबरल पार्टी की सरकार में शामिल हुई , जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा की संभावनाओं के बीच वह लिबरल पार्टी में सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही है।
यदि वह प्रधानमंत्री बनती है तो वह कनाडा की पहली महिला प्रधानमंत्री हो सकती है।उनके भारतीय पृष्ठभूमि और प्रभाव शाली नेतृत्व वाली क्षमता इन्हें दौड़ में सबसे आगे रखती है। अनीता आनंद का नाम भारतीय लोगों के मूल के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने अपनी मेहनत और नेतृत्व क्षमता से कनाडा की राजनीति में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है। अगर वह प्रधानमंत्री बनती है तो न सिर्फ कनाडा बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक प्रभावशाली छाप छोड़ेगा।