Foreign Media Reporting on Maha Kumbh Mela 2025 -:
प्रयागराज महाकुंभ की भव्यता की दुनिया कायल हो गई है। विदेशी अखबारों में महाकुंभ की जमकर तारीफ की गई है। महाकुंभ की भव्यता और व्यवस्था देख दुनिया हैरान है। सब सोचने पर मजबूर है कितना शानदार इंतजाम कैसे किया गया है। गार्जियन अखबार ने अब तक का सबसे भव्य आयोजन होने का अनुमान जताया है।
अमेरिका के एक अन्य अखबार AP ने कहा कि अमेरिका की आजादी से ज्यादा लोग महाकुंभ में जुड़ेंगे इस बार मन को मैं 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस मौके पर दुनिया भर के मीडिया समूह प्रयागराज में जुड़े हैं। इनमें अमेरिका ब्रिटेन फ्रांस से लेकर जर्मनी और अन्य देशों के पत्रकार भी पहुंचे हैं।
इसके अलावा कुछ अन्य संगठन भी महाकुंभ के आयोजन और इसके लिए की गई तैयारी की भव्यता को देख रहे हैं। महाकुम्भ के इस आयोजन को लेकर विदेशी मीडिया में कई तरह की खबरें भी चल रही है। किसी न्यूज़ चैनल ने इस आयोजन के विशाल स्तर को लेकर आश्चर्य जाहिर किया है, तो कहीं इसे लेकर उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की तैयारी की समीक्षा की गई है। चलिए आपको बताते हैं कि दुनिया ने महाकुंभ के बारे में क्या छापा है।
CNN ने महाकुंभ को दुनिया के सबसे महान धार्मिक आयोजनों में से एक करार दिया है। मीडिया समूह ने कुंभ में पहुंचने वाले लोगों की अनुमानित संख्या को चौंकाने वाला करार देते हुए कहा कि “यह प्रशासन इस आयोजन को सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम न कहकर एक सांस्कृतिक आयोजन करार दे रहा है। जहां बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज से लेकर विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है।”
ब्रिटिश मीडिया समूह बीबीसी ने इस कार्यक्रम का कवरेज करते हुए इस आयोजन को मानवता का सबसे बड़ा जुटाव बताया है। BBC के मुताबिक इस आयोजन को अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। न्यूज़ चैनल ने यहां अलग-अलग देशों से आए लोगों से भी बात की अर्जेंटीना से आए 190 सदस्य समूह में शामिल एक व्यक्ति ने बताया कि वह इस भक्ति के अनुभव को सामने से देखने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे मां गंगा ने बुलाया है, इसीलिए मैं यहां आ गया।
फ्रांस का अखबार Associated Press ने लिखा कि अगले 45 दिनों में अमेरिका की जनसंख्या करीब 34 करोड़ से ज्यादा लोग, (अनुमानित 40 करोड लोग) इस महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंचने वाले हैं। यह सऊदी अरब के मुसलमानों के पवित्र स्थल मक्का और मदीना में हर साल हज के लिए जाने वाले 20 लाख लोगों से 200 गुना ज्यादा है। यह आयोजन भारत के अधिकारियों के लिए बड़ी परीक्षा होगी। जिसमें वह हिंदू धर्म के आयोजन के साथ-साथ पर्यटन और भीड़ प्रबंधन में भी जुटेंगे। भारत के पिछले नेताओं ने इन आयोजनों के जरिए देश के हिंदुओं से अपने रिश्ते मजबूत करने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्गत यह आयोजन हिंदू राष्ट्रवाद का एक अहम हिस्सा बन चुका है। भारतीयता सभ्यता हिंदुत्व से अलग नहीं है।
SKY News ने महाकुंभ में प्रशासन की तैयारी पर सबसे ज्यादा रिपोर्टिंग की है। इस संस्थान ने बताया कि पहली बार किसी आयोजन में इतने बड़े स्तर पर फेस रिकॉग्निशन तकनीक और बायोमेट्रिक पहचान की सहायता ली जा रही है। जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके खो जाने पर उन्हें ढूंढने में आसानी होगी। Sky news की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि किस तरह गंगा के पास पानी की गुणवत्ता मापने के लिए प्रणालियों स्थापित की गई है। जिससे आयोजन के दौरान गंगा में लोगों का साफ और स्वच्छ पानी से नहाना सुनिश्चित रहे।
ब्रिटिश अखबार The Gaardian ने कहा कि इस साल महाकुंभ का आयोजन तादाद और भव्यता में पिछले सभी आयोजनों से ज्यादा बेहतर होने का अनुमान है। यह कुंभ मेले के धार्मिक कि नहीं बल्कि राजनीतिक महत्व को भी दर्शाता है। भारत और यूपी में सत्ता हासिल की हुई भाजपा के शासन में महाकुंभ का आयोजन और भी खुलकर सामने आता है। इस तरह के आयोजन को हमेशा से हिंदू एकता और ताकत का प्रतीक माना जाता रहा है। कई लोग इसे राजनीतिक तौर पर फायदेमंद भी मानते हैं।द गार्डन में आगे बताया कि किस तरह सरकार ने 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले इस महाकुंभ को सुगम बनाने के लिए बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों के लिए खास इंतजाम किए हैं। इसके लिए डिजिटल सेवाओं की मदद भी ली जा रही है।
Redio France International ने बताया किमहाकुंभ के दौरान 4000 हेक्टेयर में डायरेक्टर भूमि पर 150000 टेंट और इतने ही टॉयलेट बनाए गए हैं या पूरा क्षेत्र अमेरिका के मैनहट्टन द्वीप के बराबर का क्षेत्र है। Foreign Media Reporting on Maha Kumbh Mela 2025