Davos summit 2025: दुनिया देख रही है,भारतीय प्रतिभाओं की वैश्विक सफलता-जयंत चौधरी !

Davos summit 2025: The world is watching the global success of Indian talents – Jayant Chaudhary!

केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक के दौरान भारतीय प्रतिभाओं की वैश्विक सफलता की कहानी साझा की। उन्होंने कहा, “भारतीय कामगार हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित कर रहे हैं, चाहे वह शीर्ष नेतृत्व की भूमिकाएं हों या अन्य प्रमुख क्षेत्र।”

दावोस में पीटीआई से बातचीत के दौरान, मंत्री ने भारत की कौशल विकास और शिक्षा में हो रही प्रगति पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “दुनिया देख रही है कि भारत किस तरह से कौशल विकास और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहा है।”

भारत का प्रतिनिधित्व: नवाचार और प्रगति पर जोर

दावोस में पहुंचने के बाद चौधरी ने बताया कि यह वैश्विक मंच भारत की विकास यात्रा को साझा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा, “जो लोग अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और नए विचारों पर काम कर रहे हैं, वे यहां आते हैं। भारत के प्रतिनिधि के रूप में, मुझे गर्व है कि मैं यहां अपनी कहानी साझा कर रहा हूं।”

मंत्री ने भारत में किए जा रहे कौशल विकास और नवाचार को वैश्विक नेताओं के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत को इस मंच से अधिक निवेश प्राप्त होगा और नई कंपनियां भारत में अपने व्यवसाय स्थापित करेंगी।

कौशल विकास और सतत विकास की प्राथमिकता

जयंत चौधरी ने बताया कि भारत युवाओं के कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य एक कुशल और नवाचार से प्रेरित कार्यबल तैयार करना है। यह वैश्विक मानकों को पूरा करने और नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”

उन्होंने बताया कि भारत जैसे देश में महिला के कार्य करने की क्षमता और इच्छा शक्ति में इजाफा हुआ है। महिलाएं, पुरुषों की तुलना में कौशल अंतराल को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

तकनीकी प्रगति और भविष्य की चुनौतियां

चौधरी ने उभरती तकनीकी चुनौतियों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वैश्विक सहयोग तकनीकी प्रगति के लाभों को साझा करने में मदद करेगा। “हमारे पास टिकाऊ उद्योगों का निर्माण करने और लोगों में निवेश करने का यह एक सुनहरा अवसर है।”

वैश्विक मंच पर भारतीय नेतृत्व

दावोस में मंत्री ने कई सरकारी और कॉरपोरेट नेताओं से मुलाकात की। उनके अनुसार, यह चर्चा भारत के आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और उभरते बाजारों में निवेश को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

चर्चाओं के दौरान, उन्होंने भारत के “कौशल और नवाचार” मॉडल पर प्रकाश डाला और बताया कि यह मॉडल तेजी से बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।

जयंत चौधरी की दावोस में मौजूदगी ने भारत की वैश्विक छवि को और मजबूत किया है। भारतीय कामगारों की सफलता की कहानियां और देश की विकास यात्रा, इस मंच पर साझा करना, न केवल भारत की क्षमता को दर्शाता है बल्कि अन्य देशों को भारत के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित भी करता है।

भारत का यह प्रतिनिधित्व दिखाता है कि भारतीय प्रतिभाएं हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं और विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ रही हैं।

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