रिलायंस जामनगर में बनाएगा ‘दुनिया का सबसे बड़ा’ डेटा सेंटर !

Reliance will build ‘world’s largest’ data center in Jamnagar

मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुजरात के जामनगर में “दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर” बनाने की महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया है। इस परियोजना की योजना पहली बार सितंबर 2024 में सामने आई थी। अब रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दावा किया है कि यह सुविधा “विश्व का सबसे बड़ा डेटा सेंटर” होगी।

परियोजना के उद्देश्य
यह डेटा सेंटर भारत में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और डिजिटल सेवाओं के क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने के लिए डिजाइन किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस एनवीडिया से इस केंद्र के लिए एआई सेमीकंडक्टर खरीदेगा। एनवीडिया रिलायंस को अपने ब्लैकवेल एआई प्रोसेसर उपलब्ध कराएगा, जो सुपरकंप्यूटर और क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए डिजाइन किए गए हैं।

रिलायंस और एनवीडिया की साझेदारी
पिछले साल रिलायंस और एनवीडिया ने मिलकर भारत में एआई सुपरकंप्यूटर बनाने की योजना बनाई थी। इस परियोजना का उद्देश्य देश के कई भाषाओं में Large Language Model (LLM) विकसित करना है। एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग ने कहा था, “भारत को अपनी एआई तकनीक खुद बनानी चाहिए। खुफिया जानकारी जुटाने के लिए डेटा का निर्यात करना सही नहीं है।”

मुकेश अंबानी ने कहा, “हम एआई का उपयोग सभी के लिए समृद्धि और समानता लाने में करेंगे। भारत में अमेरिका और चीन के बाद सबसे अच्छा डिजिटल बुनियादी ढांचा है।”

गुजरात और अन्य राज्यों में डेटा सेंटर का विस्तार
जामनगर के अलावा, गुजरात के अहमदाबाद में भी डेटा सेंटर की योजनाएं बनाई जा रही हैं। Ctrls ने 2023 में अहमदाबाद में 30 मिलियन डॉलर की लागत से एक डेटा सेंटर का निर्माण शुरू किया।

तेलंगाना राज्य भी एआई और डेटा सेंटर निर्माण में पीछे नहीं है। तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद में कई डेटा सेंटर बनाने के लिए ब्लैकस्टोन की डेटा सेंटर शाखा उर्सा क्लस्टर्स और अन्य कंपनियों के साथ समझौते किए हैं। उर्सा क्लस्टर्स हैदराबाद में 100 मेगावाट क्षमता वाले एआई-अनुकूलित डेटा सेंटर पर 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।

हैदराबाद बन रहा है डेटा सेंटर का हब
हैदराबाद हाल के वर्षों में डेटा सेंटर के लिए एक प्रमुख केंद्र बन गया है। कई बड़ी कंपनियां, जैसे आयरन माउंटेन, अडानीकॉनेक्स, नेक्सट्रा, माइक्रोसॉफ्ट और टाटा कम्युनिकेशंस, पहले से ही हैदराबाद में अपनी सुविधाओं का संचालन कर रही हैं। AWS (अमेज़न वेब सर्विसेज) ने भी पिछले साल हैदराबाद में अपनी डेटा सेंटर सुविधाओं के विस्तार की घोषणा की थी।

भारत का एआई और सेमीकंडक्टर उद्योग
भारत में एआई और सेमीकंडक्टर निर्माण उद्योग अभी भी विकास के चरण में है। देश का पहला सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र 2024 में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन की साझेदारी से गुजरात के धोलेरा में शुरू होने की उम्मीद है।

हालांकि, देश अभी तक अपनी पहली घरेलू चिप का उत्पादन नहीं कर पाया है। भारत सरकार ने एआई और सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स और एआई परियोजनाओं को प्रोत्साहित करना है।

दुनिया के अन्य बड़े डेटा सेंटर
जबकि रिलायंस का दावा है कि जामनगर की यह परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी होगी, अन्य देशों में भी गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर की योजनाएं बन रही हैं। पुर्तगाल के साइनेस में स्टार्ट कैंपस 1.2 गीगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर बना रहा है। अमेरिका, चीन और अन्य देश भी इस क्षेत्र में तेजी से काम कर रहे हैं।

भारत के लिए महत्व
रिलायंस की यह परियोजना भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी और देश को वैश्विक एआई और डेटा सेंटर उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में मदद करेगी। यह परियोजना न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी, बल्कि भारत को एआई तकनीक में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी आगे बढ़ाएगी।

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