White House invites PM Modi to visit US: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फरवरी में अमेरिका की यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि यह यात्रा भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण होगी। हालांकि, अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी दी और विस्तृत विवरण साझा नहीं किया।
- आमंत्रण और यात्रा की रूपरेखा:
- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 27 जनवरी को हुई फोन वार्ता के दौरान पीएम मोदी को फरवरी में अमेरिका की आधिकारिक यात्रा का निमंत्रण दिया।
- यात्रा की संभावित तिथियाँ: 12-14 फरवरी। मोदी 13 फरवरी को वाशिंगटन डीसी में ट्रम्प से मुलाकात करेंगे, जहाँ रात्रिभोज का आयोजन भी हो सकता है।
- यात्रा फ्रांस दौरे के बाद होगी, जिसमें अमेरिकी कॉर्पोरेट नेताओं और भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी शामिल है।
- आर्थिक और व्यापारिक एजेंडा:
- व्यापार संबंध: द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में $118 बिलियन से अधिक रहा। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
- टैरिफ और व्यापार घाटा: ट्रम्प भारत के साथ व्यापार घाटा कम करना चाहते हैं। भारत ने हाल में अमेरिकी कंपनियों को लाभ पहुँचाने वाले उत्पादों पर सीमा शुल्क घटाए हैं।
- टैरिफ टेंशन: भारत, ट्रम्प द्वारा पहले धमकाए गए टैरिफ (जैसे भारतीय उच्च शुल्क के मुद्दे) से बचना चाहता है।
- रणनीतिक सहयोग:
- प्रौद्योगिकी: दोनों देश महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।
- रक्षा: अमेरिका भारतीय रक्षा खरीद पर निर्यात नियंत्रण में छूट पर विचार करने को तैयार है। सैन्य अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने पर जोर।
- अन्य मुद्दे:
- अवैध प्रवास: ट्रम्प ने अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा की। भारत ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस लेने की प्रतिबद्धता जताई।
- वीज़ा नियम: दोनों देश वीज़ा प्रक्रिया सुधारने के इच्छुक हैं।
- नेताओं की रणनीतिक साझेदारी:
- मोदी ने ट्रम्प को “प्रिय मित्र” बताते हुए वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए सहयोग का संकल्प दोहराया।
- ट्रम्प ने मोदी के नेतृत्व में भारत के निर्णयों पर विश्वास व्यक्त किया।
व्यापार और रणनीतिक मुद्दे
भारत और अमेरिका व्यापारिक संबंधों को और बेहतर बनाने की कोशिश में हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में 118 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है। ट्रंप भारत के साथ अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करना चाहते हैं, जबकि भारत उन टैरिफ से बचने का इच्छुक है, जिनकी चेतावनी ट्रंप ने पहले दी थी।
ट्रंप और मोदी की बातचीत में अवैध आव्रजन का मुद्दा भी उठा। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की वापसी पर भारत पहले ही सहमति जता चुका है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग को लेकर भी चर्चा हो सकती है। अमेरिका भारतीय रक्षा अधिग्रहणों पर अपने निर्यात नियंत्रण नियमों पर पुनर्विचार करने के लिए तैयार है, जिससे दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ सकता है।
मोदी की प्रस्तावित अमेरिका यात्रा कई रणनीतिक और व्यापारिक मुद्दों पर अहम चर्चा का मंच हो सकती है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच रिश्तों को और मजबूत करने और आपसी हितों को साधने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों में व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग को गहरा करने का अवसर होगी, साथ ही टैरिफ और अवैध प्रवास जैसे संवेदनशील मुद्दों पर समन्वय बढ़ाएगी।