अंजलि सूद: भारतीय-अमेरिकी बिजनेस लीडर जो बनीं हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ओवरसीयर बोर्ड की नई सदस्य

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हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, जो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है, वहाँ हाल ही में एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। भारतीय मूल की अमेरिकी महिला अंजलि सूद को हार्वर्ड के ओवरसीयर बोर्ड में चुना गया है। यह नियुक्ति इसलिए भी खास है क्योंकि यह ऐसे समय में हुई है जब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी एक बड़े विवाद और राजनीतिक दबाव से गुजर रही है।

कौन हैं अंजलि सूद?

अंजलि सूद एक जानी-मानी बिजनेस वुमन हैं। वह इस समय अमेरिका की एक बड़ी स्ट्रीमिंग कंपनी Tubi (टुबी) की सीईओ यानी मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। Tubi एक मुफ्त टीवी और मूवी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है, जिसे हर महीने लगभग 100 मिलियन (10 करोड़) लोग इस्तेमाल करते हैं। यह प्लेटफॉर्म फॉक्स कॉर्पोरेशन के अंतर्गत आता है।

टुबी से पहले, अंजलि सूद ने एक और नामी कंपनी Vimeo (वीमियो) में काम किया। वहाँ उन्होंने कंपनी की सीईओ के रूप में जिम्मेदारी संभाली और उसे नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। उन्होंने वीमियो को एक साधारण वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म से बदलकर एक सॉफ्टवेयर कंपनी बना दिया, जो कंटेंट क्रिएटर्स के लिए टूल्स उपलब्ध कराती है। 2021 में उन्होंने वीमियो को सफलतापूर्वक शेयर बाजार में सूचीबद्ध भी करवाया।

शिक्षा और शुरूआती जीवन

अंजलि सूद का जन्म डेट्रॉइट, मिशिगन (अमेरिका) में हुआ था। उनके माता-पिता पंजाब से अमेरिका गए थे। उनका बचपन फ्लिंट शहर में बीता। शुरू से ही पढ़ाई में तेज अंजलि ने 14 साल की उम्र में मैसाचुसेट्स के प्रसिद्ध स्कूल Phillips Academy, Andover में दाखिला लिया।

इसके बाद उन्होंने अमेरिका के प्रतिष्ठित संस्थान University of Pennsylvania के Wharton School से 2005 में ग्रेजुएशन किया। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने दुनिया की एक और नामी संस्था MIT Sloan School of Management से MBA किया।

करियर की कहानी

अंजलि सूद की करियर की शुरुआत कुछ बड़ी कंपनियों में काम करके हुई, जैसे कि:

  • Sagent Advisors – जहाँ उन्होंने फाइनेंस में काम किया।
  • Time Warner – जहाँ उन्होंने मीडिया इंडस्ट्री का अनुभव लिया।
  • Amazon – जहाँ उन्होंने टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग का काम संभाला।

इसके बाद 2014 में उन्होंने Vimeo कंपनी जॉइन की, जहाँ उन्हें ग्लोबल मार्केटिंग हेड बनाया गया। उनकी मेहनत, नेतृत्व क्षमता और दूरदृष्टि के चलते उन्हें 2017 में Vimeo का सीईओ बना दिया गया।

अंजलि ने Vimeo को कंटेंट क्रिएशन के बजाए क्रिएटर्स के लिए सॉफ्टवेयर टूल्स देने वाली कंपनी में बदल दिया। उन्होंने कई बड़े अधिग्रहण (acquisitions) कराए, जैसे कि Livestream और Magisto। उन्होंने कंपनी के लिए करीब $450 मिलियन डॉलर (लगभग ₹3,750 करोड़) की फंडिंग जुटाई।

लगभग 10 साल तक Vimeo के साथ रहने के बाद, उन्होंने 2023 में यह पद छोड़ दिया और कुछ ही समय बाद Tubi की CEO बन गईं।

हार्वर्ड बोर्ड में उनकी नियुक्ति क्यों खास है?

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का ओवरसीयर बोर्ड विश्वविद्यालय के विकास, नीति और दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाता है। यह बोर्ड विश्वविद्यालय की निगरानी करता है और बड़े फैसलों पर सलाह देता है।

अंजलि की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर अमेरिकी प्रशासन, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली सरकार, का भारी दबाव है। हुआ यह कि हार्वर्ड कैंपस में चल रहे विरोध प्रदर्शनों में कई अंतरराष्ट्रीय छात्र शामिल थे। सरकार चाहती थी कि विश्वविद्यालय इन छात्रों की जानकारी (डेटा) सरकार से साझा करे, लेकिन हार्वर्ड ने इससे मना कर दिया।

इस इनकार के बाद, सरकार ने हार्वर्ड के विदेशी छात्र एक्सचेंज प्रोग्राम को निलंबित (सस्पेंड) कर दिया। जवाब में हार्वर्ड ने सरकार के खिलाफ मुकदमा (कानूनी कार्रवाई) की और फिलहाल कोर्ट से सरकार के फैसले पर अस्थायी रोक लगी है।

ऐसे संवेदनशील समय में अंजलि सूद का बोर्ड में आना यह दिखाता है कि हार्वर्ड नेतृत्व में विविधता, वैश्विक दृष्टिकोण और परिवर्तनकारी सोच को बढ़ावा देना चाहता है।

अंजलि सूद की सोच

बोर्ड में चुने जाने से पहले अंजलि सूद ने एक बयान दिया जो कई दिलों को छू गया। उन्होंने कहा:

“मेरे माता-पिता मुझे अमेरिकी सपने को साकार करने का मौका देने के लिए इस देश में आए थे। मैंने परिवर्तनकारी शिक्षा की शक्ति के माध्यम से उस सपने को हासिल किया, और अब मैं इसे अगली पीढ़ी के लिए आगे बढ़ाना चाहती हूँ।”

उन्होंने यह भी कहा कि हार्वर्ड के पास आज के समय में उच्च शिक्षा के भविष्य को नया आकार देने का अवसर और जिम्मेदारी दोनों है, और वे इस परिवर्तन में भागीदार बनने को लेकर सम्मानित महसूस करती हैं।

पुरस्कार और पहचान

  • उन्हें प्रतिष्ठित पत्रिका Fortune द्वारा “40 अंडर 40” में शामिल किया गया।
  • World Economic Forum ने उन्हें “Young Global Leader” के रूप में चुना।
  • उन्हें टेक्नोलॉजी और मीडिया में उनके बेहतरीन नेतृत्व के लिए कई बार सम्मानित किया गया है।

नेट वर्थ

अंजलि सूद की कुल संपत्ति (Net Worth) लगभग $10 मिलियन से $15 मिलियन (₹83 से ₹125 करोड़) के बीच आंकी जाती है। इसमें उनकी कंपनियों से आय, स्टॉक्स, बोनस, और निवेश शामिल हैं।

अंजलि सूद केवल एक कामयाब बिजनेस लीडर नहीं हैं, बल्कि वह एक प्रेरणा हैं उन सभी के लिए जो कठिन मेहनत और शिक्षा के दम पर बड़ा सपना देखते हैं। उनका हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में चयन एक संकेत है कि दुनिया अब ऐसे नेताओं को आगे बढ़ाना चाहती है जो विविधता, नवाचार और साहस से भरे हों।

उनकी कहानी उन हजारों भारतीयों और प्रवासी परिवारों के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने बच्चों को एक बेहतर भविष्य देने का सपना देखते हैं। अंजलि सूद ने उस सपने को न सिर्फ जिया, बल्कि उसे औरों के लिए भी रास्ता बना दिया।

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