जब से प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई पूरी अवध नगरी हर्षित है। राम भक्तों में उत्सव का माहौल है। अपने-अपने मनोकामना को लिए भक्त देश विदेश से भारी मात्रा में अयोध्या नगरी जुट रहे हैं। बीते 1 साल से अयोध्या बहुत खास हो गया है। पर्यटकों के आने का सिलसिला रिकॉर्ड तोड़ चुका है। आंकड़े बताते हैं कि 2024 में पर्यटकों की संख्या अब ताजमहल को भी पीछे छोड़ चुकी है। राम मंदिर के भव्यता के आगे ताज का दीदार पीछे छूटता दिखाई दे रहा है।
पर्यटकों में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हुई।
आंकड़े बताते हैं कि साल 2024 में आगरा से ज्यादा पर्यटक अयोध्या आए हैं। 2024 में जनवरी से सितंबर के आंकड़े बताते हैं कि अयोध्या आने वाले पर्यटकों में 13 करोड़ 55 लाख लोग के दर्शन कर चुके हैं । इनमें घरेलू पर्यटकों की संख्या लगभग 12 करोड़ से ज्यादा है वही विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी एक करोड़ के पार कर चुकी है।
ताज पड़ा फीका
सात अजूबों में मोहब्बत की निशानी ताजमहल आगरा में है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन की बात जब भी होती थी, पर्यटकों के मामले में ताजमहल हमेशा से सबसे आगे रहा है। लेकिन बीते सालों में यह तस्वीर बदलती हुई नजर आ रही है। अब मोहब्बत की निशानी आगरा की जगह सनातनियों का केंद्र राम मंदिर ले चुका है। बात करें आगरा के ताजमहल की तो वहां सितंबर तक 12 करोड़ 51 लाख पर्यटक ताज के दीदार के लिए पहुंचे।
अयोध्या ने विश्व के सातवें अजूबे ताजमहल को पीछे छोड़ा।
रामलाल के दर्शन के लिए 2017 से ही बढ़ोतरी शुरु हो गई थी परंतु जब से रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा हुई तब से यह वृद्धि अप्रत्याशित हो गई। कभी टूरिस्ट उत्तर प्रदेश का पर्याय बन चुके ताजमहल को देखने के लिए आते थे। चांदनी रात में संगमरमर की पत्थरों से बना ताजमहल पर्यटकों के मन को मोह लेता है। परंतु वर्तमान समय में पर्यटकों की पसंद बदल गई है। अब पर्यटकों की पहली पसंद ताजमहल नहीं, रामनगरी अयोध्या हो गई है।
विवादों में रहा राम मंदिर
राम जन्मभूमि जो वर्षों से विवादों में रहा और कई सालों के संघर्षों का हिस्सा रहा अब एक भव्य धार्मिक स्थल के रूप में पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसीलिए राम मंदिर सिर्फ सनातन धर्म की अनुयायियों के लिए ही नहीं बल्कि विदेश के पर्यटकों का भी एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है।
शुरुआती 9 महीना में उत्तर प्रदेश में आए कुल 47 करोड़ पर्यटक।
उत्तर प्रदेश में अयोध्या के अलावे काशी मथुरा आगरा जैसे कई ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटक स्थल है। यह पर्यटक स्थल दुनिया भर के लोगों के आकर्षण का केंद्र बनते हुए नजर आ रहे हैं । एक आंकड़े के अनुसार उत्तर प्रदेश में शुरुआत के 9 महीने में लगभग 47 करोड़ पर्यटक आ चुके हैं जिनमें अयोध्या आने वाली पर्यटकों की संख्या 13 करोड़ 55 लाख 90 हजार 523 है। अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या यह बताने के लिए काफी है कि अपनी प्राचीनता और सांस्कृतिक विविधता को समेट भारत आज एक नई दिशा में कदम बढ़ा रहा है। क्योंकि एक वक्त में ताजमहल को पर्यटकों का केंद्र माना जाता था जुटी भीड़ उसे रिकॉर्ड को तोड़ रही है।
अयोध्या एक शहर जो अपने आध्यात्मिक और धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है अब पर्यटन के एक नए युग में कदम बढ़ा चुका है। यहां बढ़ती हुई पर्यटन की संख्या साबित करती है की भारत की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक स्थलों में अपार आकर्षण है।