ICC चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार पारी खेलकर गिल ने रचा इतिहास
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल ने गुरुवार को एक बार फिर अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए इतिहास रच दिया। ICC चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 101 रन की पारी खेलकर गिल वनडे क्रिकेट में सबसे तेज भारतीय बल्लेबाज़ बन गए, जिन्होंने 8 शतक लगाए। उन्होंने यह उपलब्धि मात्र 51 पारियों में हासिल करके महान सचिन तेंदुलकर के पिछले रिकॉर्ड (111 पारियों) को पीछे छोड़ दिया।
मैच का हाल: गिल की पारी ने दिलाई भारत को जीत
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में 229 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 6 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। मैच का नायक 25 वर्षीय शुभमन गिल रहे, जिन्होंने 125 गेंदों में नाबाद 101 रन बनाए। उनकी संयमित बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने 21 गेंदें शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया। यह गिल का ICC टूर्नामेंट में पहला शतक भी था।
कैसे बना रिकॉर्ड? पारियों का गणित
- शुभमन गिल: 51 पारियों में 8 शतक
- शिखर धवन: 57 पारियों में 8 शतक
- विराट कोहली: 68 पारियों में 8 शतक
- गौतम गंभीर: 98 पारियों में 8 शतक
- सचिन तेंदुलकर: 111 पारियों में 8 शतक
गिल ने न सिर्फ़ सचिन के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया, बल्कि शिखर धवन (57 पारियाँ) और विराट कोहली (68 पारियाँ) जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया। यह उपलब्धि और भी खास इसलिए है, क्योंकि गिल ने यह शतक चुनौतीपूर्ण पिच पर बनाया, जहाँ बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं था।
“मेरी सबसे संतोषजनक पारी”: गिल
मैच के बाद मैन ऑफ द मैच शुभमन गिल ने कहा, “यह निश्चित रूप से मेरी अब तक की सबसे संतोषजनक पारियों में से एक है। ICC टूर्नामेंट में पहला शतक लगाना और टीम को जीत दिलाना बहुत खुशी की बात है।” गिल ने यह भी बताया कि पिच की स्थिति को देखते हुए उन्होंने संयमित खेल को प्राथमिकता दी।
कप्तान रोहित शर्मा ने की तारीफ
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने गिल के प्रदर्शन की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, “गिल की क्लास पर किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। उन्हें अंत तक बल्लेबाजी करते देखना बेहद अच्छा लगा। वह टीम के लिए बड़े मैचों में ऐसा ही प्रदर्शन करते आए हैं।”
गिल का शानदार वनडे सफर
शुभमन गिल ने वनडे क्रिकेट में डेब्यू 2019 में किया था। तब से अब तक उन्होंने 51 मैचों में 2688 रन बनाए हैं, जिसमें 8 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 62.51 और स्ट्राइक रेट 100.78 है, जो उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ युवा बल्लेबाज़ों में शुमार करता है।
धीमा, लेकिन मैच-विजेता शतक
बांग्लादेश के खिलाफ गिल का यह शतक उनका सबसे धीमा वनडे शतक था। उन्होंने 125 गेंदों में 101 रन बनाए, जबकि इससे पहले उनके 6 वनडे शतक 100 से कम गेंदों में आए थे। हालाँकि, मैच की परिस्थितियों को देखते हुए यह पारी सबसे अहम साबित हुई।
इंग्लैंड सीरीज़ में भी थे हीरो
गिल का यह शानदार फॉर्म कोई एक मैच की बात नहीं है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज़ में उन्होंने 3 मैचों में 259 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द सीरीज़ का खिताब जीता था। उनकी इस लगातार अच्छी प्रदर्शन ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में मजबूत प्रतिस्पर्धी बना दिया है।
क्यों है यह रिकॉर्ड खास?
- सचिन से 60 पारियाँ कम: गिल ने सचिन तेंदुलकर से 60 पारियाँ कम खेलकर यह मुकाम हासिल किया।
- टीम को जीत दिलाने की क्षमता: गिल के 8 शतकों में से 7 में भारत को जीत मिली है।
- युवा उम्र में बड़ा कारनामा: 25 साल की उम्र में गिल भारत के भविष्य के लिए बड़ी उम्मीद हैं।
आगे क्या है चैंपियंस ट्रॉफी में?
भारत ने टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत की है। गिल के फॉर्म से टीम को सेमीफाइनल और फाइनल की उम्मीदें और मजबूत हुई हैं। अगले मैच में भारत का सामना पाकिस्तान जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी से होगा, जहाँ गिल की भूमिका और भी अहम होगी।
भारत के लिए गिल हैं “गोल्डन बॉय”
शुभमन गिल ने अपने करियर के शुरुआती दौर में ही रिकॉर्ड्स की बरसात कर दी है। उनकी शांत मानसिकता, तकनीकी दक्षता, और मैच-विजेता पारियों की क्षमता उन्हें भारतीय क्रिकेट का भविष्य बनाती है। चैंपियंस ट्रॉफी में अगर गिल इसी तरह प्रदर्शन करते रहे, तो भारत के लिए खिताब जीतना कोई मुश्किल नहीं होगा।