Donald Trump को शपथ ग्रहण समारोह के लिए मिला तीन गुना ज्यादा चंदा। पहुंचेंगे इन देशों के लीडर्स !

अमेरिका के नए राष्ट्रपति औपचारिक तौर पर जल्द ही शपथ लेने वाले हैं। अमेरिका में Donald Trump की ताजपोशी में अब बहुत ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बन जायेंगे। राष्ट्रपति के पद पर ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले की सरकारी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है।

Donald Trump के लिए दिल खोलकर अमेरिकियों ने किया दान

अपनी भावी राष्ट्रपति Donald Trump के लिए अमेरिकियों ने तिजोरी खोलकर पैसे दिए हैं, बताया जा रहा है की जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिकियों ने केवल 6 करोड अमेरिकी डॉलर दान किए थे। वही अमेरिका की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति Donald Trump को शपथ ग्रहण समारोह के लिए अमेरिका के लोगों ने अब तक 17 करोड अमेरिकी डॉलर से अधिक धन जमा कर दिया है। इतनी बड़ी राशि Donald Trump पर अमेरिकी लोगों के भरोसे और समर्थन को दर्शाता है।

क्या होता है ट्रांजेशन पीरियड ?

करीब ढाई महीने से चल रहा सत्ता हस्तांतरण का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न होने पर नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह होता है। यह प्रक्रिया 7 नवंबर से 20 जनवरी तक यानी 75 दिनों में पूरी होनी है। इसे ट्रांजेशन पीरियड कहा जाता है। इन 75 दिनों में पिछली सरकार और भावी सरकारों के बीच सत्ता के हस्तांतरण का काम पूरा किया जाता है और नए स्टाफ की नियुक्ति की जाती है।

कैसा होगा शपथ ग्रहण समारोह?
Donald Trump 20 जनवरी को अमेरिका के 47 में राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। 20 जनवरी को अमेरिका के चीफ जस्टिस कैपिटल हिल के पास नवनियुक्त राष्ट्रपति और को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद बतौर राष्ट्रपति ट्रंप अपना पहला भाषण देंगे। शपथ ग्रहण के बाद एक औपचारिक प्रेसिडेंशियल लंच होगा। इसमें सुप्रीम कोर्ट के जज समेत बड़े अधिकारी शामिल होंगे। इसके बाद कैपिटल हिल्स लेकर व्हाइट हाउस तक प्रेसिडेंशियल परेड निकलेगी। इसमें नए राष्ट्रपति जनता से रूबरू होंगे। परेड के साथ ट्रंप व्हाइट हाउस पहुंचेंगे। वहां प्रेसिडेंशियल डिनर का भी आयोजन होगा।

पहुंचेंगे कौन-कौन से वर्ल्ड लीडर्स?
Donald Trump अपने शपथ समारोह के लिए कई विदेशी राष्ट्रीय अध्यक्ष और राजनेताओं को भी न्योता दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका की मौजूदा राष्ट्रपति जो बाईडेन भी ट्रंप की शपथ ग्रहण में शामिल होंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भी अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ट्रंप ने आमंत्रित किया है। इसके अलावा अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माईली भी ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की योजना बना रहे है। उनके अलावा इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन और यूक्रेन की राष्ट्रपति जलेस्की भी शामिल हो सकते हैं।


कैसा होगा ट्रंप का पहला दिन?
Donald Trump अपने दूसरे कार्यकाल की पहले ही दिन एक साथ 25 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। पहले कार्यकाल के पहले दिन में ट्रंप ने सिर्फ एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पास किया था। वहीं मौजूदा राष्ट्रपति जो बाईडेन ने अपने कार्यकाल के पहले दिन 17 एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए थे। इस आर्डर से ट्रंप के कई फैसले को पलट दिया गया था।
भारत के साथ ट्रंप का कैसा होगा रिश्ता।

कैसे होंगे भारत के साथ रिश्ते ?
भारत के लोगों के मन में एक सवाल हमेशा से रहता है की ट्रंप के आने के बाद अमेरिका के भारत के साथ रिश्ते कैसे होंगे? भावी राष्ट्रपति Donald Trump अपने और अमेरिका की हितों पर जोर देते रहे हैं। ट्रंप के अमेरिका की सत्ता में आने से भारत को कुछ फायदा होगा। हालांकि कुछ ऐसे क्षेत्र भी है जिनमें सहयोग बढ़ाना दोनों देशों के लिए फायदेमंद रहेगा। माना जा रहा कि Donald Trump राज में भारत और अमेरिका के बीच खास तौर से रक्षा संबंधों को और मजबूती मिल सकती है। Donald Trump के शासनकाल में अमेरिका से भारत को हथियारों का निर्यात बढ़ सकता है। दोनों देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर में भी बढ़ोतरी हो सकती है। एशिया में भारत हीं अमेरिका का सबसे बड़ा और सबसे मजबूत राजनीतिक साझेदारी है। एशिया में चीन को रोकने के लिए भारत को साथ लेकर अमेरिका को चलना होगा। लेकिन ट्रंप की वीजा नीति को लेकर पैदा उलझने भारत की चिंता बढ़ा सकती है। माना जा रहा कि अगर ट्रंप अपने पहले कार्यकाल के समान h1b वीजा नियम पर शक्ति जारी रखते हैं तो भारतीयों को परेशानी हो सकती है। हालांकि h1b वीजा को लेकर अभी Donald Trump और उनके सहयोगी एलन मस्क की सोच में सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहा है, जो भारतीयों के लिए खुशी की बात है।

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