(Kuwait Visit of PM Modi)
सम्मान वहां मिलता है,मिलता है जहां संबंधों में गहराई हो। दुनिया की राजनेताओं के बीच ऐसा दृश्य शायद ही कभी देखने को मिला हो। दरअसल कुवैत के प्रधानमंत्री जो खुद एयरपोर्ट पर आकर पीएम मोदी को विदा करने पहुंचे। यह न केवल दोनों देशों के रिश्तों में नई गहराई को दिखा रहा, बल्कि पाकिस्तान जैसे देशों को भी सोचने पर मजबूर करता है ,आखिर भारत और कुवैत के रिश्ते इतनी मजबूत कैसे हो गए । पीएम मोदी के इस दौरे ने भारत और कुवैत के रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण समझौते हुए जिनमें में रक्षा, व्यापार और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की बात शामिल है ।लेकिन सबसे बड़ी चर्चा का विषय बना वो पल जब कुवैत के प्रधानमन्त्री पीएम मोदी को एयरपोर्ट पर विदा करने पहुंचे । ऐसा सम्मान किसी देश के प्रति गहरे संबंधों और आपसी भरोसे को दिखाता है।
किन क्षेत्रों में हुए समझौते (Kuwait Visit of PM Modi)
पीएम मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मिसाल अल अहमद अल सहाब के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान रक्षा और सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ । जिसमें संयुक्त सैन्य अभ्यास, रक्षा उपकरणों की आपूर्ति और अनुसंधान एवं विकास पर सहयोग को प्राथमिकता दी गई । साथ ही सौरऊर्जा, खेल और सांस्कृतिक आधार प्रदान के क्षेत्र में भी सहयोग को मजबूत करने के लिए समझौते किए गए । इन समझौते से दोनों देशों के संबंध और भी मजबूत हो जाएंगे । कुवैत में लगभग 10 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं । जो वहां के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। पीएम मोदी ने कुवैत के नेतृत्व को प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए धन्यवाद दिया। कुवैत के अमीर ने भी भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए यहां तक कह दिया कि, भारतीय प्रवासी कुवैत की प्रगति में एक अमूल्य भागीदार हैं। इस तरह का पारस्परिक सम्मान भारत और कुवैत के संबंधों की ताकत को दिखाता है।
कुवैत ने दिया पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान (Kuwait Visit of PM Modi)
कुवैत दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया है। पीएम मोदी को ” द ऑर्डर का मुबारक अल कबीर ” से सम्मानित किया गया। इससे पहले यह सम्मान अमेरिका के जॉर्ज बुश बिल क्लिंटन और प्रिंस चार्ल्स को भी मिल चुका है। प्रधानमंत्री मोदी का यह कुल 20 वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। प्रधानमंत्री का कुवैत का सर्वोच्च सम्मान मिलना भारत के सभी नागरिकों के लिए गर्व की बात है।
भारत प्रमुख और भरोसेमंद भागीदार (Kuwait Visit of PM Modi)
अब बात करते हैं इस यात्रा की उसे पहलू की जिसने पाकिस्तान जैसे देशों की नींद उड़ा दी है । दरअसल जहां भारत और कुवैत के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं। वहीं पाकिस्तान की खाड़ी देशों में साख गिरती जा रही है। कुवैत के प्रधानमंत्री द्वारा पीएम मोदी को एयरपोर्ट तक छोड़ने आना इस बात का संकेत है कि, भारत खाड़ी देशों में एक प्रमुख और भरोसेमंद भागीदार के रूप में उभर रहा है । इसके अलावा GCC यानी गल्फ कॉरपोरेशन काउंसलिंग में भारत का बढ़ता प्रभाव पाकिस्तान के लिए एक नई चिंता का कारण बन गया है। पीएम मोदी ने इस ऐतिहासिक यात्रा के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्ट पर लिखा कि कुवैत के महामहिम आमिर के साथ शानदार बैठक की जिसने औषधि, सूचना प्रौद्योगिकी और संरचना क्षेत्र में सहयोग की चर्चा की। दोनों देशों की साझेदारी को रणनीतिक स्तर पर बढ़ा लिया गया है।