राष्ट्रपति भवन में इतिहास रचने जा रही सीआरपीएफ अधिकारी पूनम गुप्ता और अवनीश कुमार की शादी, जानें पूरी कहानी!

Poonam Gupta’s wedding is going to create history in Rashtrapati Bhavan
नई दिल्ली: देश के सबसे प्रतिष्ठित आधिकारिक भवन, राष्ट्रपति भवन, में एक ऐतिहासिक शादी की तैयारियां जोरों पर हैं। 12 फरवरी को सीआरपीएफ अधिकारी पूनम गुप्ता और अवनीश कुमार का विवाह समारोह यहां के मदर टेरेसा क्राइसेंट परिसर में आयोजित होगा। यह पहली बार है जब राष्ट्रपति के परिवार से इतर किसी व्यक्ति की शादी में शहनाई की धुन इस ऐतिहासिक भवन में गूंजेगी। इससे पहले, देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के बच्चों के विवाह समारोह यहां हुए थे।

कौन हैं पूनम गुप्ता और अवनीश कुमार?

दुल्हन पूनम गुप्ता मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली हैं और वर्तमान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की एडीसी (एडिशनल ड्यूटी ऑफिसर) के पद पर तैनात हैं। उन्होंने नवोदय विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की, गणित में स्नातक किया, अंग्रेजी साहित्य में परास्नातक, और जीवाजी विश्वविद्यालय से बी.एड की डिग्री हासिल की। 2018 में यूपीएससी सीपीएफ (सेंट्रल पुलिस फोर्स) परीक्षा पास कर वह सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट बनीं। 2023 के गणतंत्र दिवस परेड में उन्होंने सीआरपीएफ की महिला बटालियन का नेतृत्व किया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं।

दूल्हे अवनीश कुमार भी सीआरपीएफ में अधिकारी हैं और वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में पोस्टेड हैं। दोनों का रिश्ता न केवल सेवा भावना, बल्कि समर्पण और अनुशासन के सिद्धांतों पर टिका है।

क्यों खास है यह शादी?

  1. राष्ट्रपति भवन का ऐतिहासिक महत्व: शादी की रस्में राष्ट्रपति भवन में होना अपने आप में एक बड़ा सम्मान है। पूनम गुप्ता के प्रति राष्ट्रपति मुर्मू का विश्वास और स्नेह इसका प्रमुख कारण है। बताया जाता है कि पूनम के “उत्कृष्ट आचरण और पेशेवर प्रतिबद्धता” से प्रभावित होकर ही राष्ट्रपति ने यह अनुमति दी।
  2. महिला सशक्तिकरण का प्रतीक: पूनम का करियर युवा महिलाओं के लिए एक मिसाल है। एक छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रपति भवन तक का सफर उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।
  3. परंपरा से हटकर एक नई शुरुआत: यह आयोजन राष्ट्रपति भवन को “जनता के भवन” के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है।

पूनम गुप्ता: संघर्ष से सफलता तक का सफर

शिवपुरी की पूनम ने अपनी शिक्षा नवोदय विद्यालय से पूरी की, जहां उनके पिता शिक्षक थे। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने पुलिस सेवा को करियर के रूप में चुना। 2018 में सीपीएफ परीक्षा पास कर उन्होंने साबित किया कि महिलाएं भी सुरक्षा बलों में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं। राष्ट्रपति की एडीसी बनना और गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व करना उनके करियर के प्रमुख मील के पत्थर हैं।

परिवार की प्रतिक्रिया: “सपने से भी बड़ा है यह पल”

पूनम के परिवार के अनुसार, “हमें उनकी नौकरी पर गर्व था, लेकिन राष्ट्रपति भवन में शादी की कल्पना भी नहीं की थी।” दोनों परिवारों ने राष्ट्रपति मुर्मू का आभार जताया है। पूनम के पिता ने कहा, “यह सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है।”

विशेषज्ञों की राय: एक सामाजिक बदलाव का संकेत

समाजशास्त्री डॉ. अंजली शर्मा के अनुसार, “यह घटना न केवल लैंगिक समानता, बल्कि सरकारी संस्थानों के प्रति जनता के विश्वास को मजबूत करती है।” इसके साथ ही, यह उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सरकारी सेवाओं को सम्मानजनक करियर मानते हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू की पहल: एक नया अध्याय

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल में सरलता और जनता से जुड़ाव को प्राथमिकता दी है। पूनम की शादी को मंजूरी देकर उन्होंने एक संदेश दिया है कि राष्ट्रपति भवन देश की जनता के लिए खुला है।

निष्कर्ष: इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा यह प्रेरक प्रसंग

पूनम और अवनीश की शादी न केवल दो लोगों का मिलन है, बल्कि यह देश की प्रगतिशील सोच और महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। यह आयोजन भारतीय लोकतंत्र की उदारता और समावेशी संस्कृति को भी रेखांकित करता है।

#PoonamGupta #RashtrapatiBhavanWedding #HistoricMoment #WomenEmpowerment

कमेंट कर बताएं: आपको राष्ट्रपति मुर्मू की इस पहल के बारे में क्या विचार हैं?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *