मार्च 2023 में सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले ने न केवल भारतीय समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए। इस हमले में खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने वाणिज्य दूतावास की इमारत को नुकसान पहुंचाने और आगजनी की कोशिश की। इस घटना पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे “गंभीर मामला” करार दिया और अमेरिका से जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की।
घटना का विवरण ।
19 मार्च, 2023 की सुबह सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ। हमलावरों ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर इमारत को आग लगाने की कोशिश की। इसके बाद, प्रदर्शनकारियों का एक समूह वाणिज्य दूतावास में जबरन घुस गया, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और वहां मौजूद अधिकारियों को निशाना बनाया।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में प्रदर्शनकारियों को दूतावास के बाहर नारेबाजी करते और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए देखा गया। हमलावरों की मंशा भारत सरकार के खिलाफ विरोध जताना और खालिस्तान आंदोलन को प्रचारित करना थी।
विदेश मंत्री की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे “गंभीर घटना” बताते हुए कहा कि भारत अमेरिका से जवाबदेही की उम्मीद करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। जयशंकर ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत में यह मुद्दा उठाया और भारत के राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “सैन फ्रांसिस्को में हमारे वाणिज्य दूतावास पर हमला एक बहुत गंभीर मामला है और यह ऐसा मामला है जिसके लिए हम जवाबदेही की उम्मीद करते हैं। हम यह देखना चाहेंगे कि जिन लोगों ने यह हमला किया है, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए।”
अमेरिकी प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद अमेरिका ने इस हमले को “आपराधिक अपराध” बताया और इसकी कड़ी निंदा की। संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने जांच शुरू की और दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिया। जुलाई 2023 में खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा एक और आगजनी की कोशिश के बाद सुरक्षा बढ़ाने की मांग और तेज हो गई।
भारतीय समुदाय के लिए यह घटना चिंता का कारण
यह हमला न केवल भारतीय वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा की कमी को उजागर करता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर कूटनीतिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है। भारतीय समुदाय के लिए यह घटना चिंता का कारण बनी रही, और उन्होंने अमेरिकी प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला कूटनीतिक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय जवाबदेही की गंभीरता को दर्शाता है। भारत ने स्पष्ट रूप से अमेरिका से दोषियों पर कार्रवाई की अपेक्षा की है। यह घटना सिर्फ एक इमारत पर हमला नहीं है, बल्कि कूटनीतिक संबंधों और अंतरराष्ट्रीय कानून की परीक्षा भी है। अब यह देखना बाकी है कि अमेरिकी प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती और गंभीरता से कार्रवाई करता है।