Thief caught after holy dip in Maha Kumbh!
नागपुर: कहते हैं, “भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं!” शायद यही बात 24 वर्षीय कुख्यात चोर रजनीकांत चानोरे पर भी लागू होती है, जिसने पहले शादियों में व्यस्त परिवारों को निशाना बनाया और फिर महाकुंभ में स्नान कर अपनी पवित्रता की योजना बनाई। मगर किस्मत ने उसे धोखा दे दिया—नागपुर पुलिस ने फास्टैग और CCTV फुटेज की मदद से उसे भोपाल से नागपुर लौटते वक्त धर दबोचा। 17 लाख रुपये की चोरी का पर्दाफाश हुआ और एक शातिर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
शादी में मेहमान नहीं, बल्कि चोर बनकर पहुंचता था चानोरे!
जानकारी के मुताबिक, रजनीकांत चानोरे एक हाई-प्रोफाइल चोर था, जो उन घरों को टारगेट करता था जहां परिवार शादी समारोह में व्यस्त होते थे। वह 100 से अधिक CCTV फुटेज और फास्टैग डेटा के माध्यम से पकड़ा गया। पुलिस जांच में सामने आया कि चानोरे शादी के दौरान घर खाली होने का इंतजार करता और मौका मिलते ही पीछे के दरवाजे से घर में घुसकर चोरी करता।
वह भंडारा और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में इसी रणनीति का इस्तेमाल करता था। चोरी के बाद, वह महाकुंभ में स्नान करने चला गया, मानो अपने अपराधों को धोना चाहता हो!
पुलिस ने कैसे पकड़ा चोर को?
हुडकेश्वर पुलिस स्टेशन की एक टीम ने जोनल डीसीपी रश्मिता राव और एसपी ज्ञानेश्वर भेड़ोदकर के नेतृत्व में महात्मा गांधी नगर में छापेमारी की।
पुलिस अधिकारी ज्ञानेश्वर भेड़ोदकर ने बताया,
“चानोरे चोरी के लिए अलग-अलग शहरों में किराए पर मकान लेता और आम नागरिक की तरह जीवन बिताता था। वह अपने साथी प्रताप उरकुडे को चोरी के दौरान कार सहित दूर खड़ा कर देता था, जिससे किसी को शक न हो।”
अब भी जारी है साथी की तलाश!
पुलिस अब चानोरे के साथी प्रताप उरकुडे की तलाश में जुटी है, जो चोरी के सामान को ठिकाने लगाने में मदद करता था। माना जा रहा है कि वह अभी भी फरार है और पुलिस जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लेगी।
चोरी और आस्था एक साथ नहीं चल सकते!
महाकुंभ की पवित्र डुबकी से पहले चोरी करने वाला यह चोर अब सलाखों के पीछे है। पुलिस की तकनीकी जांच (CCTV, फास्टैग डेटा) और मुस्तैदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधी कितना भी शातिर हो, कानून के हाथों से बच नहीं सकता!